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Under the Life Insurance Corporation Act Regulatory Authority of India, Life Insurance has already passed this plan a lot.
If humanity is seen on the basis of habit, then everyone has the shortage of money. Everyone goes out to earn money, which consists of two types of people.
One is who quickly earns money
And one,who face major difficulties.
भारतीय जीवन बिमा निगम एक्ट रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के तहत ग्रहको बिमा कर्ता के लिया लाइफ इन्शुरन्स ने यह योजना बहोत पहले ही निकला था।
मानवता सवभाव के आधार से देखा जाय तो पैसो की कमी हर किसी को होती है । हर कोई पैसा कमाने के लिए निकलते है जिसमे दो प्रकार के लोग शामिल है ।
एक वो होते है जो जल्दी से जल्द कमा के रख लेते
और एक वो होते है जिनको काफी कठनाई का सामना करना पड्रता है
हलाकि ये सब को देखते हुए ही भारतीय जीवन बिमा ने ग्रहको की Policy Laps होना देर से भरना और भी अधिक तरह की समस्या होती है।
या कह सकते है ऐसी समस्या आती है।
जाहिर सी बात है पैसा हर वक़्त आपके साथ नहीं रहता।
- Life Insurance Authorities of India LIC ने यह देखते हुए ग्रहको को एक समय सीमा दे दी जाती है जिसमे उसको उसके समय के बाद भी या समय पर हो जाने के बाद भी वो आपकी पालिसी की बिमा धन राशि को जमा कर सकता है।
- DURATION हर ग्राहक को साथ सामन्य समय सीमा दी जाती
- Yearly -सालाना प्रीमियम कह सकते है यानि जो ग्राहक अपनी जीवन बीमा की बीमा राशि को सालाना भरते है उन्हें (6) छ महीने कीऔर एक माह की ग्रेस पीरियड दी जाती है।
- Fine-इसमें यह है की अगर आपकी पालिसी की बीमा धन राशि को आप सालाना भर रहे है तो आपको लेट फाइन नहीं लगेगा तो बिलकुल आप गलत है।
अगर आप सालाना भी भर रहे है और अगर आप एक महीने लेट से भरते है तो आपको कोई फाइन नहीं देने की जररूत है और न ही LIC आप से लेगी लेकिन अगर उसे ज्यादा समय होजाता है। यानि दो महीना या उससे ज्यादा तो बिलकुल आपसे फाइन लिया जायेगा।
- Half-Yearly-छ महीने यानि जो ग्राहक छ महीने में अपनी पालिसी की बिमा धन राशि को भरते है। उनके लिए भी एक माह की ग्रेस मार्क रहता है।
साथ ही साथ छ महीने की लॉन्ग ग्रेस मार्क कह सकते है और किसी कारन नहीं भर पाते है कुछ महीनो तक
तो बिमा धारक को चिंता करने की आवश्यकता नहीं पड्रती है। क्युकी इनको भी वही टर्म एंड कंडीशन दी जाती है जो सबके लिए है यानि सरल है कुछ माह छूट जाने पर इनको भी इनकी पालिसी की बिमा धन राशि लेली जाती है। किसी भी प्रकार का कोई स्टेज से गुजरने की जररूत नहीं है। यानि कोई डॉक्यूमेंट की जररूत नहीं है।
- Quarterly–तिमाही यानि जो बिमा धारक इस कंडीशन में बिमा धन राशि भरते है। उन्हें भी अगर किसी कारण वास वो नहीं भर पाए तो उन्हें भी छ महीने की छूट और एक महीने की ग्रेस मार्क दी जाती है।जिसे वो अपनी बिमा को स्थगित होने से बचा सकते है।
- Monthly-जो भी बिमा कर्ता ग्रहक अपनी बिमा की बिमा धन राशि को महीने में भरते है उनके लिए भी छ महीने की छूट और एक महीने की ग्रेस मार्क दी जाती है जिससे वो अपनी बिमा को स्थगित करने से बचा सकते है
हर कोई फाइन से डरता है की उसकी फाइन कितनी आएगी तो में यह आपको यह बता दू भारतीय जीवन बिमा निगम एक ऐसी संस्था है। जिसमे आपको काम से काम फाइन लिया जाता है।
- GRACE PERIOD – क्या है ग्रेस पीरियड ग्रेस पीरियड का मतलब ये होता है की हर वो पालिसी बिमा धारक जो बिमा धन राशि भरते है पर किसी आश्वयक अवस्था में कोई नहीं भर पाते तो उस सभी के लिए एक मंथ का ग्रेस पीरियड होता है।
यानि हर ग्राहक को एक महीने की छूट दी जाती है। की वो अपनी पर्मियम बिना किसी फाइन के भर सके
- REVIVAL -जब बिमा धारक अपनी बिमा को छ महीनो तक नहीं भरता है तो उसकी पालिसी LIC के अंदर में आ जाती है जिसके बाद वो लॉकिंग पीरियड हो जाता है।
अगर बिमा धारक अपनी पालिसी को छ महीनो के अंदर भर दे तो कुछ फाइन ले कर जमा ले लिया जाता है।
लकिन अगर बिमा धारक पूर्णतया छ महीनो तक नहीं भरता तो।
Revival करने की जररूत होती ै जिसमे भी काम से काम समय में आपका काम जल्द से जल्द हो जाता है
सबसे पहले आपको अपने एजेंट से या विकाश अधिकारी से मिलना होगा जो आपका सारा काम कर दे देंगे
आपको जानने की जररूत है
1.REVIVAL FORM
2.AADHAAR CARD
3.VOTOR ID CARD
4.DRIVING LICENCE
5.PHOTO
इस सब में से सिर्फ कोई एक Proof Id Card लगेगा और एक फोटो और रिवाइवल फॉर्म बस आपको ये लेकर
और कुछ फाइन के साथ जमा कर सकते है।
और अगर आपकी पालिसी 10 लाख से ऊपर तक की है तो आपकी मेडिकल करने की जरूरत पड़ेगी
और ये सब सुबिधा आपको LIC प्रोवाइड
और इस वर्क को करने में आपका सिर्फ और सिर्फ 30 मिनट से भी काम टाइम लिया जायेगा
- FINE-कितना लेगी फाइन तो में आपको बता दू LIC सिर्फ और सिर्फ आपसे 0.4 % फाइन लेती है।
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अब में आपको ये बता दू अगर आप इस जेकरि को लेने के बाद आप ये सोचते है की आप अपने हिसाब से पालिसी की राशि जमा कर्ज तो आप गलत है।
या आप ये सोच रहे है की बिमा अवधि के दौरान से अगले महीने भरगे तो आप गलत है।
है शयद आपका फाइन ना लगे लेकिन
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WHAT HAPPEN WHEN I AM PAYING MY PREMIUM AFTER ONE MONTH AND AFTER LAPSED
तो यह जानने की जररूत है आपको की है LIFE INSURANCE ही एक ऐसी ORIGINATION है जिसमे ग्राहक को सुबिधा दी जाती है।
लकिन अगर आप उसका गलत फयदा उठाते है तो आपको उसका भुगतान करना पड्रता है।
यानि अगर दी गई समय के अंतर्गत आप अपनी बिमा धन राशि नहीं भरते है तो या हर बार LAPSED या हर बार लेट भरते है तो इसमें आपका नुकसान है क्युकी LIC आपके साथ एक गठबंधन कर लेती है की आप उसकी इस बिमा से सहमत है। और समय समय पर भुगतान करेंगे और तभी आपको LIC पूरा भुगतान करेगी
और आप समय पे ना दे कर फाइन के साथ भी देते है तो आपको फिर भी आपका ही नुकसान है।
हलाकि देखने वाली बात यह है की LIC आपसे उतनी कटौती नहीं करती है जितनी इस वक़्त आप सोच रहे है ये सिर्फ और सिर्फ आपका 0.1% ही या उससे काम की कटौती करते है। ख्याल है उनको
LIC जानती है की हर वक़्त किसी के पास पैसा नहीं रहता तो उन्होंने ये अधिकार दिया है अपने बिमा धारक को की वो छ महीनो के अंदर भी बिमा धन राशि भर सकते है। बिना कोई करवाई के।
पर इन सबसे आपके Maturity पे कुछ असर पड़ सकता है